अत्यन्त सहर्षता के साथ इन जिम्मेवारियों को स्वयं के कंधों पर ढोती "स्त्री"। अत्यन्त सहर्षता के साथ इन जिम्मेवारियों को स्वयं के कंधों पर ढोती "स्त्री"।
दृढ़ है शक्तिशाली है, सुन ले वह नारी है वह नारी है। दृढ़ है शक्तिशाली है, सुन ले वह नारी है वह नारी है।
चाँदनी थी रात अचानक मौसम बदल गयाबरसा बादल इस कदर कि शहर जल गयाचाँदनी थी रात अचानक.............. कुछ ... चाँदनी थी रात अचानक मौसम बदल गयाबरसा बादल इस कदर कि शहर जल गयाचाँदनी थी रात अचान...
अजीज पड़ी चीजों से बाशिंदा हम हशमत अजीज पड़ी चीजों से बाशिंदा हम हशमत
तारीख से तो हम आज़ाद कब से "देश से प्यार" की जुदाई फ़िलहाल और कितने दिन... तारीख से तो हम आज़ाद कब से "देश से प्यार" की जुदाई फ़िलहाल और कितने दिन...
अब नहीं करता कोई उसे तंग, सरलता से सब रहते संग। अब नहीं करता कोई उसे तंग, सरलता से सब रहते संग।